June 6, 2025 9:19 PM

धामी ने किया नगर निगमों के महापौर और पालिका अध्यक्षों से संवाद, कहा- जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी सिर्फ सत्ता में बने रहने की नहीं , जनता की सेवा करने की है

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सभी नगर निकायों के जनप्रतिनिधियों को नसीहत दी है कि वे अपनी भूमिका को केवल एक पद के रूप में न देखें. बल्कि इसे जनसेवा के एक मिशन के रूप में अपनाएं. ट्रिपल इंजन सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं और कार्यों का लाभ समाज के सभी व्यक्तियों को मिले. इसके लिए सभी जनप्रतिनिधि अपने-अपने निकाय कार्यालय को केवल एक प्रशासकीय इकाई ही नहीं, बल्कि उसे एक सेवा केंद्र के रूप में विकसित करें. जहां लोग बिना झिझक, पूरे विश्वास के साथ आएं.

दरअसल, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को मुख्य सेवक सदन में शहरी विकास विभाग की ओर से आयोजित शहर से संवाद कार्यक्रम में राज्य के सभी नगर निगम और नगर पालिकाओं के जनप्रतिनिधियों से संवाद किया. साथ ही सीएम ने शहरी विकास विभाग की ओर से महिला स्वयं सहायता समूहों की सहायता के लिए तैयार तीन वेब पोर्टल को भी लॉन्च किया. संवाद कार्यक्रम के दौरान सीएम ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि वो लगातार उन कामों की मॉनिटरिंग खुद करें, जिनमें भ्रष्टाचार की संभावना अधिक रहती है. प्रशासनिक स्तर पर आपकी सतर्कता ही सुशासन की सबसे बड़ी गारंटी बन सकती है.

साथ ही कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं और अपने अधीनस्थ अधिकारियों- कर्मचारियों को ये साफ संदेश दें कि किसी भी स्तर पर भ्रष्ट आचरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. हमारी जिम्मेदारी केवल सत्ता में बने रहने की ही नहीं है. बल्कि हमारी असल जिम्मेदारी जनता की सेवा करने की है. कार्यक्रम के दौरान, सीएम ने नगर निकायों के कार्यालयों को डिजिटल करने, रजत जयंती पार्क बनाने, नगर निकायों में वेंडिंग जोन बनाने, भारत सरकार से टाइड फंड को अनटाइड करने का अनुरोध करेंगे. साथ ही राज्य के हर नगर निगम में 10, नगर पालिका में 5 और नगर पंचायत में 3 हाईटेक हेयर सैलून/पार्लर खोलने के लिए स्थानीय महिला और पुरुषों के लिए प्रशिक्षण का कार्यक्रम चलाने की घोषणा की.

नगर निकायों के जनप्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए सीएम ने कहा कि शहरी सरकार, नगर निगम और नगर पालिकाएं किसी भी शहर की आत्मा हैं. ये न केवल बुनियादी सुविधाएं जनता तक पहुंचाने का कार्य करती हैं. बल्कि किसी शहर की दिशा और दशा तय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है. कई नगरों में जल निकासी की समस्या बनी हुई है. साथ ही शहरों में कचरा प्रबंधन की व्यवस्था को और अधिक दुरुस्त करने की जरूरत है. ट्रैफिक जाम अब शहरों में एक आम चुनौती बन चुका है. जिसे कंट्रोल करने के लिए स्थानीय निकायों को भी प्रयास करने होंगे.

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