खटीमा: उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में जंगली जानवरों के आतंक से लोग खौफ में जीने के मजबूर है. ताजा मामला उत्तराखंड के चंपावत जिले के बाराकोट इलाके से सामने आया है. यहां ग्राम सभा चुयरानी के धरगड़ा तोक में गुलदार ने आज 9 दिसंबर मंगलवार सुबह को एक व्यक्ति पर हमला कर दिया. इस हमले में व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई. एक महीने के अंदर गुलदार के हमले से इलाके में दूसरी मौत हुई है. इस घटना के बाद लोग दहशत में है.
स्थानीय लोगों ने गुलदार को नरभक्षी घोषित कर मारने की मांग की है. मृतक 45 वर्षीय देव सिंह अधिकारी पुत्र कल्याण सिंह अधिकारी के घर में शोक का माहौल है. प्रशासन और वन विभाग टीम ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक कार्रवाई की. वही जिलाधिकारी मनीष कुमार ने मृतक ग्रामीण के घर पहुंचकर जहां शोक व्यक्त किया. वही वन्य जीव हमले के मामलो को देखते हुए आवश्यक दिशा निर्देश वन अधिकारियों को दिए है.
जानकारी के मुताबिक 45 साल के देव सिंह अधिकारी मंगलवार सुबह घर से शौच के लिए गए थे. तभी उन पर गुलदार ने हमला किया. देव सिंह अधिकारी का मारने के बाद गुलदार शव को करीब तीस मीटर ऊपर ले गया था. ग्रामीणों का कहना है कि बीते एक महीने के भीतर गुलदार के हमले से यह क्षेत्र में दूसरी मौत है, जिससे लोगों में भय का माहौल है.
ग्रामीणों के अनुसार सोमवार शाम को भी गुलदार ने देव सिंह अधिकारी की पत्नी पर हमला करने का प्रयास किया था. देव सिंह के परिवार में 9 और 10 साल के दो बेटे व पत्नी है. घटना की सूचना पर काली कुमाऊं रेंज के वन दरोगा प्रकाश गिरी गोस्वामी के नेतृत्व में वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी.
डीएम चंपावत ने बताया कि वन विभाग को गुलदार को पकड़ने के लिए जगह-जगह पिंजरे लगाने के निर्देश दिए गए है. उन्होंने जनता से भी सावधानी बरतते हुए सुरक्षित रहने की अपील की है. एसडीओ वन विभाग सुनील कुमार ने कहा कि गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग के द्वारा पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. क्षेत्र में गश्त बढ़ी दी गई है. इसके अलावा जगह-जगह पिंजरे और ट्रैप कैमरे लगाए जाएंगे. ड्रोन कैमरे की भी मदद ली जाएगी.
वही वन अधिनियम के हिसाब से मृतक के परिजनों को राहत राशि दी जाएगी. उन्होंने लोगों से सुरक्षित रहने व इधर-उधर अकेले घूमने न जाने की अपील की है. क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी से जल्द से जल्द गुलदार को आदमखोर घोषित कर पकड़ने या गोली मारने की मांग की है. मृतक देव सिंह अधिकारी जल संस्थान में पीटीसी पद पर तैनात थे. इसके अलावा मजदूरी कर व अपने परिवार का भरण पोषण करते थे.







