September 8, 2025 1:06 AM

CM धामी ने राजधानी दून में किया 13 लांग रेंज इमरजेंसी सायरन का उद्धघाटन, 8 से 16 किलोमीटर दूर तक जाएगी सायरन की आवाज़

देहरादून: उत्तराखंड में हर साल आपदाएं आती हैं. इन आपदाओं की वजह से जान माल का काफी नुकसान होता है. ऐसे में प्राकृतिक आपदाओं के समय जनता को अलर्ट किए जाने को लेकर देहरादून के डालनवाला थाना परिसर में लॉन्ग रेंज आधुनिक सायरन स्थापित किया गया है. इसके तहत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 13 लॉन्ग रेंज आधुनिक सायरनों का लोकार्पण किया.

राज्य सरकार का मानना है कि ये पहल राज्य की आपदा प्रबंधन क्षमता को और ज्यादा मजबूत करने की दिशा में काफी अहम होगी. लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड एक आपदा संभावित राज्य है. जहां समय रहते सतर्कता और सूचना प्रसारण अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

इस लिहाज से ये अत्याधुनिक सायरन प्रणाली काफी मददगार साबित होगी. साथ ही कहा कि राज्य सरकार नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. तकनीक के जरिए पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग को सशक्त बनाया जा रहा है.

उत्तराखंड में आपदाओं का हमेशा खतरा: सीएम धामी ने कहा कि एक पहाड़ी राज्य होने के कारण उत्तराखंड में आपदाओं का खतरा हमेशा बना रहता है. भूस्खलन, बादल फटना, बाढ़ और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाएं राज्य को समय-समय पर चुनौती देती रहती हैं.

इस साल भी हमें कई भीषण आपदाओं का सामना करना पड़ा. ऐसे में सरकार इन आपदाओं से होने वाली क्षति और नुकसान को कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. साथ ही राज्य में आपदा पूर्व चेतावनी प्रणाली (अर्ली वार्निंग सिस्टम) को मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रही है.

8 से 16 किमी दूर तक सुनाई देगी सायरन की आवाज: सीएम धामी ने कहा कि 8 किलोमीटर और 16 किलोमीटर की रेंज वाले ये सायरन न केवल प्राकृतिक आपदाओं के समय जनता को अलर्ट करेंगे. बल्कि, नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद उपयोगी होंगे. क्योंकि, समय रहते लोगों को चेतावनी मिल जाएगी.

इससे न केवल जानमाल की हानि को कम किया जा सकता है. बल्कि, आपदा की स्थिति में राहत और बचाव कार्य भी ज्यादा प्रभावी ढंग से चलाए जा सकते हैं. ये सायरन भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों, संवेदनशील स्थानों और आपदा संभावित इलाकों में स्थापित किए गए हैं.

चेतावनी के साथ लोगों को करेंगे जागरूक: सीएम धामी ने कहा ये लॉन्ग रेंज सायरन केवल किसी संभावित आपदा की चेतावनी देने तक सीमित नहीं रहेंगे. बल्कि, आम जनमानस को जागरूक करने और समय पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने में भी सहायक होंगे.

वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस प्रणाली का लगातार परीक्षण किया जाए और आम जनता को इसके बारे में जागरूक किया जाए. ताकि, किसी भी आपातकालीन स्थिति में इसका ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जा सके.

Related Posts