September 29, 2025 3:55 PM

‘जब तक जिंदा हूं, छात्रों को न्याय दिलाना मेरी जिम्मेदारी’, UKSSSC पेपर लीक प्रकरण पर सीएम धामी

देहरादून: उत्तराखंड में हाल ही में चर्चित पेपर लीक प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बड़ा बयान दिया है. मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार इस मामले की तह तक जाने के लिए गंभीरता से जांच करा रही है. उन्होंने कहा कि SIT पिछले सालों के रिकॉर्ड खंगाल रही है, ताकि सभी के सामने पूरी हकीकत आ सके. सीएम धामी ने कहा कि ‘जब तक जिंदा हूं छात्रों को न्याय दिलाना मेरी जिम्मेदारी’.

उत्तराखंड में पेपर लीक प्रकरण पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज खुलकर अपना पक्ष रखा. इस दौरान उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि जब तक वह जिंदा हैं, छात्रों को न्याय दिलाना उनकी जिम्मेदारी है. मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि आखिरकार प्रश्नपत्र केवल खास लोगों तक ही क्यों पहुंचा? साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों तक ये प्रश्नपत्र पहुंचे, उनकी जिम्मेदारी थी कि इसकी सूचना तुरंत आगे दें. सीएम धामी का कहना है कि इस पूरे प्रकरण को लेकर गलत तरीके से प्रोपेगेंडा फैलाया गया और इसे पेपर लीक कहकर जनता के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश हुई.

धामी ने कहा कि नकल विरोधी कानून उन्हीं के कार्यकाल में बना है और जब तक वे मुख्यमंत्री हैं, राज्य के छात्रों को न्याय दिलाना उनकी जिम्मेदारी है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि कुछ लोग छात्रों के कंधों पर अपनी राजनीति चमकाने की कोशिश कर रहे हैं और युवाओं को बरगलाया जा रहा है.

उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों के हित सर्वोपरि हैं और आवश्यकता पड़ी तो सरकार सीबीआई जांच कराने से भी पीछे नहीं हटेगी. फिलहाल मामले की जांच एसआईटी कर रही है और सभी को जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए.

पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा सीबीआई जांच की मांग पर उन्होंने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर नॉन-सीरियस सवाल नहीं उठाए जाने चाहिए. यानी धामी ने साफ कर दिया कि फिलहाल सरकार गंभीरता से जांच कर रही है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.

बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) को 21 सितंबर को हुए पेपर में हरिद्वार के एक परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र के 3 पन्ने बाहर आए. खास बात है प्रश्न पत्र पेपर शुरू होने के 35 मिनट बाद ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गए. इस मामले में एसआईटी अभी तक मुख्य आरोपी खालिद और उसकी बहन साफिया को गिरफ्तार कर चुकी है. जबकि असिस्टेंट प्रोफेसर, सेक्टर मजिस्ट्रेट और एसआई समेत 2 पुलिस कर्मियों को निलंबित कर चुकी है.

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