देहरादून: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पदभार संभालने के बाद पहली बैठक में सभी जिलाध्यक्षों से संगठन की मजबूती व कमियों को दूर करने के लिए फीडबैक लिया। कहा, आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस संगठनात्मक व आंदोलनात्मक कार्यक्रम एक साथ चलाएगी। बैठक अध्यक्षों ने जिला व ब्लाक स्तर पर संगठन का पुनर्सीमांकन करने का सुझाव दिया।
सोमवार को कांग्रेस भवन में हुई बैठक में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल की अध्यक्षता में सभी 27 संगठनात्मक जिलों के नवनियुक्त अध्यक्षों के साथ बैठक हुई। इसमें प्रदेश सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा व मनोज यादव विशेष रूप से मौजूद रहे। बैठक में गोदियाल ने कहा कि संगठन सृजन कार्यक्रम के माध्यम से जिला व महानगर अध्यक्ष चुने गए। सभी अध्यक्षों के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने आप को एक अच्छा नेता साबित करने की है। सभी अध्यक्षों को अपने जिले में पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं को विश्वास में लेकर संगठन को बूथ, न्याय पंचायत व ब्लॉक स्तर तक मजबूत करना है। पार्टी का संगठनात्मक व आंदोलनात्मक कार्यक्रम समानांतर स्तर पर चलाए जाएंगे।
संगठन को पुनर्गठित करने की आवश्यकता
गोदियाल ने कहा कि भाजपा सरकार के नौ साल के शासन से प्रदेश की जनता परेशान है। राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा, दुष्कर्म व हत्या की घटनाओं में बेतहाशा वृद्धि हुई है। महिला आज अपने को असुरक्षित महसूस कर रही है। हर महिला को यह बात समझाने की आवश्यकता है कि अधिकांश मामलों में भाजपा के लोग संलिप्त हैं। प्रदेश का युवा बेरोजगार से त्रस्त हैं और स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हैं। जन हित के मुद्दों पर आंदोलन चलाने होंगे। इसकी समीक्षा प्रदेश कांग्रेस कमेटी करेगी।
प्रदेश सह प्रभारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा, जिन जिलों में संगठन को पुनर्गठित करने की आवश्यकता है, उसके लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रस्ताव भेजें। मनोज यादव ने सभी अध्यक्षों से आगामी तीन महीनों में बूथ स्तर व ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों का गठन करने के निर्देश दिए। बैठक का संचालन वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने किया।
समारोह में चुनाव तैयारी के साथ ही एकजुटता पर जोर
समारोह में कार्यकर्ताओं का जोश देख पार्टी के बड़े नेता उत्साहित नजर आए। जो पूरे समारोह में चुनाव तैयारी के साथ ही एकजुटता पर जोर देते रहे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पार्टी नेताओं को पांडव और पंचमुखी रुद्राक्ष बताकर उनमें जहां जोश भरते नजर आए तो वहीं, उन्होंने नसीहत भी दी। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति यह न सोचे कि विधानसभा चुनाव में पार्टी उनकी सीट हार जाए और अन्य सभी 69 सीटें जीत जाए।
इसके बजाए उन्हें यह सोचना होगा कि पार्टी उनकी सीट जीत जाए। सभी अपने विधानसभा क्षेत्र की सीट जताने का प्रयास करेंगे तो निश्चित रूप से पार्टी चुनाव में परचम लहराएगी। उन्होंने अपने संबोधन में प्रीतम सिंह को पार्टी के लिए अर्जुन बताया तो नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य को भीम बताते हुए कहा कि आज संविधान, गांधी, नेहरू, अंबेडकर का सिद्धांत खतरे में है।
प्रीतम को गांडीव और यशपाल आर्य, सामाजिक न्याय की गदा लेकर प्रहार करेंगे तभी भाजपा 2027 में परास्त होगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि कार्यकर्ता और नेता पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की उपलिब्धयों को जनता के बीच ले जाएं। कांग्रेस कार्यकाल में सबसे अधिक पेंशन और नौकरियां लगी। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पार्टी के सभी बड़े नेता एकजुट हैं, उनमें कोई झगड़ा नहीं है। नीचे स्तर पर कुछ लोग अधिक उत्साहित होते हैं, जो गुटबाजी के झूठे दावे करते हैं। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जाना चाहिए।






