गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अजीबोगरीब मामला सामने आया है. एक शख्स सुसाइड करने के लिए रेलवे ट्रैक पर लेट गया. ट्रेन सामने से आ रही थी. तभी ड्राइवर की नजर दूर से ही युवक के कपड़े पर पड़ी. युवक भगवा रंग का शर्ट पहने हुआ था. ड्राइवर ने तत्काल ट्रेन को रोक दिया. इसके बाद युवक को सकुशल ट्रैक से बाहर हटाया गया. बताया जाता है कि अगर युवक भगवा रंग का शर्ट नहीं पहने रहता तो उसके साथ बड़ी अनहोनी हो सकती थी. क्योंकि, दूसरे रंग के कपड़े दूर से दिखाई नहीं देते. इसके पीछे वैज्ञानिक वजह है, लाल या भगवा रंग का वेव लेंथ (wavelength) अन्य रंगों के मुकाबले सबसे ज्यादा होता है, इसलिए यह रंग दूर से ही दिख जाता है. बताया जाता है कि गाजियाबाद के मसूरी थाना एरिया में रेलवे ट्रैक पर युवक सिर्फ इसलिए रेलवे ट्रैक पर लेट गया, क्योंकि उसकी ससुरालवालों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. युवक का नाम अमर बताया जा रहा है. वह शराब के नशे में चूर होकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया और ट्रैक को पर सिर रखकर आत्महत्या का प्रयास करने लगा.
युवक नशे में था
जाको राखे साइयां मार सके ना कोई…अमर के हादसे में बच जाने के बाद हर कोई यही कहावत कह रहा है. बताया जा रहा है कि जिस समय यह घटना हुई ट्रैक पर रेलवे के कर्मचारी काम कर रहे थे. ट्रेन को रोकने के बाद जब लोको पायलट ने देखा तो पाया कि युवक नशे में है. लोको पायलट ने पूरे मामले की सूचना रेलवे अधिकारियों और आरपीएफ को भी दी .
पुलिस ने युवक को हिरासत में लिया
लोको पायलट की सूचना पर रेलवे पुलिस मौके पर पहुंची और शख्स को रेलवे ट्रैक से हटाकर साइड में ले गई. उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका अपने ससुराल वालों से विवाद चल रहा था . इसी बात से त्रस्त होकर उसने शराब पीकर रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने का प्रयास किया है. उसने बताया कि वह अपनी ससुराल में आया था. इसी दौरान या किसी बात को लेकर उनसे उसकी अनबन हो गई. इसके बाद वह नाराज होकर शराब के ठेके पर गया और जमकर शराब पी. इसके बाद आत्महत्या के इरादे से रेलवे ट्रैक पर लेट गया. फिलहाल पुलिस ने अमर को हिरासत में ले रखा है.