बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बुलंदशहर (Bulandshahr) जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने चोरी के एक मामले की ऐसा खुलासा किया है कि अब आयकर विभाग की टीम को बुलाना पड़ा है। घटना पूरे इलाके में चर्चाओं का विशय बन गई है। वहीं पुलिस ने मामले में मुख्य आरोपी समेत छह लोगों को भी गिरफ्तार किया है। घटना बुलंदशहर जिले के जहांगीराबाद इलाके की है। जिला पुलिस ने बताया कि 29 नवंबर को एक व्यापारी की कार से 30 लाख रुपये की नगदी चोरी हो गई। अब पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया तो उनके पास से 1.12 करोड़ रुपये की बरामदगी हुई है। पुलिस ने अब आरोपियों के साथ-साथ चोरी का मुकदमा दर्ज कराने वाले शख्स से भी पूछताछ शुरू कर दी है।
कार से गाजियाबाद जा रहा था व्यापारी
पुलिस ने बताया कि इतनी बड़ी रकम के स्रोत का पता लगाने के लिए जांच शुरू की गई है। आयकर विभाग को भी मामले की जानकारी दी गई है। जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि व्यापारी एवी सूर्या सुब्बाराव 29 नवंबर को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में अपने घर जाते समय बुलंदशहर में सड़क किनारे एक ढाबे पर रुके थे।
ड्राइवर की भूमिका आई सामने
ढाबे पर नाश्ता करने के दौरान वह नकदी से भरी बैग और कुछ अन्य दस्तावेज कार में ही छोड़ गए थे। कार में उनका ड्राइवर रणजीत सिंह मौजूद था। लेकिन जब वह नाश्ता करके अपनी कार में लौटे तो कैश से भरा बैग और दस्तावेज गायब थे। व्यापारी की शिकायत पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 379 (चोरी) के तहत मुकदमा दर्ज किया। जानकारी के मुताबिक उन्होंने 30 लाख रुपये चोरी की बात कही थी।
पुलिस को मिले एक करोड़ से ज्यादा रुपये
पुलिस ने मामले का खुलासा करने और आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एसओजी के साथ एक पुलिस टीम का गठन किया था। अब पुलिस ने मामले में आरोप में ड्राइवर रंजीत सिंह, उसके भाई नेमपाल निवासी जहांगीराबाद और उनके चार साथियों को गिरफ्तार किया। बुलंदशहर एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि पुलिस ने चोरी की गई नकदी और दस्तावेजों को बरामद करने के लिए आरोपियों के ठिकाने की जांच की, तो हमें 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी मिली है।