November 22, 2024 11:29 PM

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छात्र ने सर्जरी कराई नाक की, रोशनी चली गई आंख की, परिजनो ने लगाया डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में डॉक्टर की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार का आरोप है कि उनका मरीज नाक का इलाज कराने आया था. यहां डॉक्टर ने सर्जरी की सलाह दी थी, जिसको कराने के लिए वो तैयार हो गए. वहीं जब डॉक्टरों ने नाक की सर्जरी की तो उसके बाद मरीज की एक आंख की रोशनी चली गई. वहीं इसका पता जब परिवार वालों को चला तो उन्होंने डॉक्टरों की लापरवाही पर अस्पताल में जमकर हंगामा किया. वहीं अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को शांत कराया. इसके बाद पीड़ित परिवार ने एक लिखित शिकायत पुलिस को दी है.

चली गई मरीज की आंख की रोशनी

दरअसल मामला गाज़ियाबाद के वैशाली में स्थित मैक्स हॉस्पिटल का है. यहां दिल्ली के शाहदरा निवासी दीपांशु बंसल जो इंटर का छात्र है, नाक का समस्या लेकर डॉक्टर को दिखाने पहुंचे थे. यहां डॉक्टरों ने युवक को नाक का ऑपरेशन कराने का सलाह दी, जिसकी उसने मंजूरी दे दी. इसके बाद परिजनों ने उसे वैशाली के मैक्स हॉस्पिटल सोमवार को भर्ती करा दिया.

छात्र की दाईं आंख की रोशनी गायब

आरोप है कि नाक के ऑपरेशन के दौरान छात्र की दाईं आंख की रोशनी चली गई. परिजनों ने डॉक्टर से शिकायत की तो उन्हें यह कहकर टाल दिया कि आंख की नसों में सूजन है, सब ठीक हो जाएगा. वहीं छात्र की आंख की रोशनी चले जाने पर परिवार सदमे में है. मंगलवार को छात्र के परिजनों ने मैक्स हॉस्पिटल में हंगामा किया. हंगामे की सूचना पर स्थानीय पुलिस ने मौके पर पहुंच कर परिजनों को शांत कराया.

परिजनों ने हॉस्पिटल में किया हंगामा

इसके बाद छात्र के परिजनों ने हॉस्पिटल में हंगामा कर डॉक्टरों के खिलाफ तहरीर दी. इंस्पेक्टर कौशाम्बी प्रभात कुमार दीक्षित ने बताया कि पीड़ित छात्र ने डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. वहीं नाक के ऑपरेशन के बाद एक आंख की रोशनी गवां बैठे दीपांशु बंसल इस समय सदमे में हैं. छात्र का कहना है कि उसने सोचा था कि वह पढ़ लिखकर कुछ बनेगा, लेकिन उससे पहले ही उसके सपने टूट गए.

डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप

साथ ही अपने लाडले के भविष्य की चिंता लिए परिवार डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है. इस लापरवाही से अब उनका बेटा जीवन भर एक आंख से देखने के लायक नहीं बचा है. परिवार का कहना है कि अब उनके बच्चे का जीवन अंधकार में हो गया है. अब उसका भविष्य कैसे उज्जवल होगा इसकी चिंता दीपांशु की मां को सताये जा रही है.

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