September 1, 2025 10:59 PM

सियासत का केंद्र बिन्दु बना माणा गाँव, पहले पीएम ने की जनसभा, अब कांग्रेस करेगी माणा गांव से, उत्तराखंड मे भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत…!

देहरादूनः उत्तराखंड की सियासत का माणा गांव मुख्य केंद्र बिंदु बनता जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां बीते दिनों माणा गांव में जनसभा कर देशवासियों को बड़ा संदेश दिया तो वहीं कांग्रेस ने भी माणा गांव से पदयात्रा निकालने का फैसला लिया है. पदयात्रा में शामिल होने के लिए कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव 3 नवंबर को उत्तराखंड प्रवास पर आ रहे हैं, जहां वे कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने बताया कि प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव 3 नवंबर को अल्मोड़ा में राज्य के 6 जिलों के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. इसके साथ ही प्रदेश प्रभारी जो नए ब्लॉक अध्यक्ष और जिलाध्यक्ष बनने जा रहे हैं, उनकी भी अलग से बैठक करेंगे. जबकि, 4 नवंबर को प्रदेश प्रभारी वरिष्ठजनों के साथ वन टू वन मुलाकात करेंगे, ताकि उनके सुझाव लिए जा सकें.

माणा गांव से भारत जोड़ो यात्रा

उन्होंने बताया कि कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव 5 नवंबर को देहरादून में उधम सिंह नगर समेत गढ़वाल मंडल के पदाधिकारियों और नेताओं के साथ बैठक करेंगे. वहीं, देवेंद्र यादव चमोली के माणा गांव पहुंचकर भारत जोड़ो यात्रा के तहत उत्तराखंड के हिस्से की पहली यात्रा में शामिल होंगे. उसके बाद प्रदेश प्रभारी दिल्ली रवाना हो जाएंगे.

बीजेपी सरकार पर गैरसैंण की उपेक्षा का आरोप

खटीमा विधायक और उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी (Khatima MLA Bhuwan Kapri) आज देहरादून के कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने मीडिया से मुखातिब होते हुए सरकार पर गैरसैंण की उपेक्षा किए जाने के आरोप लगाए. उनका कहना है कि सरकार गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाए जाने को लेकर मानसिक रूप से तैयार नहीं है. सरकार इस उलझन में है कि वहां सत्र ग्रीष्मकालीन में कराए या शीतकालीन में कराए जाए.

सरकार ने छुपाई अपनी नाकामियां

वहीं, उनका कहना है कि पहाड़ हमारा गौरव है, ऐसे में जब सभी कर्मचारी और नेता वहां पहुंचेंगे, तभी पहाड़ का विकास संभव है. उन्होंने कहा कि सरकार ने चारधाम यात्रा की पोल न खुले इसलिए ग्रीष्मकालीन सत्र देहरादून में कराया और अब भी सरकार की मंशा है कि शीतकालीन सत्र भी गैरसैंण (Winter session in Gairsain) की बजाय देहरादून में आहूत कराया जाए.

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